स्वतंत्रता को विरोध की अनुपस्थिति के रूप में किसने परिभाषित किया?

स्वतंत्रता को विरोध की अनुपस्थिति के रूप में किसने परिभाषित किया? A लॉक B हॉब्स C लास्की D जे एस मिल

स्वतंत्रता को 'विरोध की अनुपस्थिति' के रूप में किसने परिभाषित किया?

A
लॉक
B
हॉब्स
C
लास्की
D
जे एस मिल
Answer:

The Correct Option is B. हॉब्स

Details
हॉब्स ने अपने ग्रंथ लेवियाथन (Leviathan) में स्वतंत्रता को ‘विरोध की अनुपस्थिति’ के रूप में परिभाषित किया है। हॉब्स ने स्वतंत्रता को बाहरी बाधाओं की अनुपस्थिति के रूप में भी परिभाषित किया है।
और अधिक पढ़ें : स्वतंत्रता का अर्थ एवं परिभाषा

My name is Mahendra Kumar and I do teaching work. I am interested in studying and teaching competitive exams. My qualification is B.A., B.Ed., M.A. (Pol.Sc.), M.A. (Hindi).

Post a Comment